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"आँखों वाले धोका खाने वाले हैं / गोविन्द गुलशन" के अवतरणों में अंतर

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आँखों वाले धोका खाने वाले हैं
 
आँखों वाले धोका खाने वाले हैं

21:25, 6 फ़रवरी 2010 के समय का अवतरण

आँखों वाले धोका खाने वाले हैं
बेपर्दा वो सामने आने वाले हैं

यादों का मौसम बरसाती होता है
पानी लेकर बादल आने वाले हैं

मैं अपनी परछाईं से डर जाता हूँ
अपने हैं, जो लोग डराने वाले हैं

बदला है वो और न बदलेगा शायद
उसके वो ही हाल पुराने वाले हैं

दरिया देख रहा है कितनी हसरत से
लेकिन हम कब प्यास बुझाने वाले हैं

जादूगर आँखों से जादू करता है
सबके सब पत्थर हो जाने वाले हैं

हम तो अपने मन के राजा हैं 'गुलशन'
हम किसकी बातों में आने वाले हैं