भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"ग़ालिब" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Sandeep Sethi (चर्चा | योगदान) |
Sandeep Sethi (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 16: | पंक्ति 16: | ||
* [[दीवान-ए-ग़ालिब / ग़ालिब]] (ग़ज़ल संगह्र) | * [[दीवान-ए-ग़ालिब / ग़ालिब]] (ग़ज़ल संगह्र) | ||
<sort order="asc" class="ul"> | <sort order="asc" class="ul"> | ||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
* [[आमों की तारीफ़ में / गा़लिब]] | * [[आमों की तारीफ़ में / गा़लिब]] | ||
* [[अपना अहवाल-ए-दिल-ए-ज़ार कहूँ / गा़लिब]] | * [[अपना अहवाल-ए-दिल-ए-ज़ार कहूँ / गा़लिब]] | ||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
* [[चाहिये अच्छों को जितना चाहिये / गा़लिब]] | * [[चाहिये अच्छों को जितना चाहिये / गा़लिब]] | ||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
* [[गिरनी थी हम पे बर्क़ / ग़ालिब]] | * [[गिरनी थी हम पे बर्क़ / ग़ालिब]] | ||
* [[है आज क्यों ज़लील कि कल तक था नापसन्द / ग़ालिब]] | * [[है आज क्यों ज़लील कि कल तक था नापसन्द / ग़ालिब]] | ||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
* [[कलकत्ते का जो ज़िक्र किया तूने हमनशीं / ग़ालिब]] | * [[कलकत्ते का जो ज़िक्र किया तूने हमनशीं / ग़ालिब]] | ||
* [[ख़ुशी क्या खेत पर मेरे / ग़ालिब]] | * [[ख़ुशी क्या खेत पर मेरे / ग़ालिब]] | ||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
* [[सीने का दाग़ है / ग़ालिब]] | * [[सीने का दाग़ है / ग़ालिब]] | ||
− | |||
− | |||
− | |||
* [[उस बज़्म में मुझे नहीं बनती हया किये / ग़ालिब]] | * [[उस बज़्म में मुझे नहीं बनती हया किये / ग़ालिब]] | ||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
* [[फिर हुआ वक़्त कि हो बाल कुशा मौजे-शराब / ग़ालिब]] | * [[फिर हुआ वक़्त कि हो बाल कुशा मौजे-शराब / ग़ालिब]] | ||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
* [[हर क़दम दूरी-ए-मंज़िल है नुमायाँ मुझसे/ ग़ालिब]] | * [[हर क़दम दूरी-ए-मंज़िल है नुमायाँ मुझसे/ ग़ालिब]] | ||
* [[रफ़्तार-ए-उम्र क़तअ-ए-रहे इज़्तिराब है / ग़ालिब]] | * [[रफ़्तार-ए-उम्र क़तअ-ए-रहे इज़्तिराब है / ग़ालिब]] | ||
* [[जिस जा नसीम शानाक़शे-ज़ुल्फ़-ए-यार है / ग़ालिब]] | * [[जिस जा नसीम शानाक़शे-ज़ुल्फ़-ए-यार है / ग़ालिब]] | ||
− | |||
− | |||
* [[नवेदे-अम्न है बेदादे दोस्त जाँ के लिए / ग़ालिब]] | * [[नवेदे-अम्न है बेदादे दोस्त जाँ के लिए / ग़ालिब]] | ||
* [[ज़हर-ए-ग़म कर चुका था मेरा काम / ग़ालिब]] | * [[ज़हर-ए-ग़म कर चुका था मेरा काम / ग़ालिब]] | ||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
* [[जहाँ तेरा नक़्शे क़दम / ग़ालिब]] | * [[जहाँ तेरा नक़्शे क़दम / ग़ालिब]] | ||
− | |||
* [[शुमार-ए सुबह मरग़ूब-ए बुत-ए-मुश्किल पसंद आया / ग़ालिब]] | * [[शुमार-ए सुबह मरग़ूब-ए बुत-ए-मुश्किल पसंद आया / ग़ालिब]] | ||
* [[तुम ना आये तो क्य सहर ना हुई / ग़ालिब]] | * [[तुम ना आये तो क्य सहर ना हुई / ग़ालिब]] |
02:05, 6 मार्च 2010 का अवतरण
मिर्ज़ा असदुल्लाह खाँ 'ग़ालिब'
www.kavitakosh.org/ghalib
www.kavitakosh.org/ghalib
जन्म | 27 दिसंबर 1796 |
---|---|
निधन | 15 फ़रवरी 1869 |
उपनाम | ग़ालिब, असद |
जन्म स्थान | आगरा, उत्तर प्रदेश, भारत |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
दीवान-ए-ग़ालिब | |
विविध | |
उर्दु के सबसे प्रमुख शायरों में से एक। | |
जीवन परिचय | |
ग़ालिब / परिचय | |
कविता कोश पता | |
www.kavitakosh.org/ghalib |
- दीवान-ए-ग़ालिब / ग़ालिब (ग़ज़ल संगह्र)
<sort order="asc" class="ul">
- आमों की तारीफ़ में / गा़लिब
- अपना अहवाल-ए-दिल-ए-ज़ार कहूँ / गा़लिब
- चाहिये अच्छों को जितना चाहिये / गा़लिब
- गिरनी थी हम पे बर्क़ / ग़ालिब
- है आज क्यों ज़लील कि कल तक था नापसन्द / ग़ालिब
- कलकत्ते का जो ज़िक्र किया तूने हमनशीं / ग़ालिब
- ख़ुशी क्या खेत पर मेरे / ग़ालिब
- सीने का दाग़ है / ग़ालिब
- उस बज़्म में मुझे नहीं बनती हया किये / ग़ालिब
- फिर हुआ वक़्त कि हो बाल कुशा मौजे-शराब / ग़ालिब
- हर क़दम दूरी-ए-मंज़िल है नुमायाँ मुझसे/ ग़ालिब
- रफ़्तार-ए-उम्र क़तअ-ए-रहे इज़्तिराब है / ग़ालिब
- जिस जा नसीम शानाक़शे-ज़ुल्फ़-ए-यार है / ग़ालिब
- नवेदे-अम्न है बेदादे दोस्त जाँ के लिए / ग़ालिब
- ज़हर-ए-ग़म कर चुका था मेरा काम / ग़ालिब
- जहाँ तेरा नक़्शे क़दम / ग़ालिब
- शुमार-ए सुबह मरग़ूब-ए बुत-ए-मुश्किल पसंद आया / ग़ालिब
- तुम ना आये तो क्य सहर ना हुई / ग़ालिब