भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"कल सुनना मुझे / धूमिल" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Gyan Prakash (चर्चा | योगदान) |
Gyan Prakash (चर्चा | योगदान) |
||
| पंक्ति 22: | पंक्ति 22: | ||
* [[नगरकथा / धूमिल]] | * [[नगरकथा / धूमिल]] | ||
* [[गृहस्थी : चार आयाम / धूमिल]] | * [[गृहस्थी : चार आयाम / धूमिल]] | ||
| − | * [[ | + | * [[उसके बारे में / धूमिल]] |
* [[लोहे का स्वाद / धूमिल]] | * [[लोहे का स्वाद / धूमिल]] | ||
* [[धूमिल की अंतिम कविता / धूमिल ]] | * [[धूमिल की अंतिम कविता / धूमिल ]] | ||
23:16, 14 अप्रैल 2010 का अवतरण
कल सुनना मुझे
| रचनाकार | धूमिल |
|---|---|
| प्रकाशक | पहला संस्करण : युगबोध प्रकाशन, वाराणसी। नए संस्करण वाणी प्रकाशन, दरियागंज, नई दिल्ली से प्रकाशित। |
| वर्ष | 1977 |
| भाषा | हिन्दी |
| विषय | कविताएँ |
| विधा | |
| पृष्ठ | |
| ISBN | |
| विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
