भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"यादवेंद्र शर्मा 'चंद्र'" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
पंक्ति 7: पंक्ति 7:
 
|मृत्यु=2009
 
|मृत्यु=2009
 
|जन्म स्थान= बीकानेर   
 
|जन्म स्थान= बीकानेर   
|कृतियाँ= तेरा मेरा उसका सच, आंखें सब देखती हैं (कविता संग्रह) के अलावा गद्य की अनेकानेक पुस्तकें
+
|कृतियाँ= तेरा मेरा उसका सच, आँखें सब देखती हैं (कविता संग्रह) के अलावा गद्य की अनेकानेक पुस्तकें
|विविध='''उपन्‍यास''' - सन्‍यासी और सुंदरी, दीया जला दीया बुझा, हजार घोडों पर सवार, कुर्सी गायब हो गई, एक और मुख्‍यमंत्री, खम्‍मा अन्‍नदाता, पराजिता, खून का टीका, ढोकन कुंजकली, गुलाबडी, सपना, मोहभंग आदि
+
|विविध=राजस्‍थान पत्रिका सृजन पुरस्‍कार की श्रेणी में वर्ष 1996 में 'गुळजी गाथा' पर पुरस्‍कृत,  साहित्‍य महोपाध्‍याय, साहित्‍यश्री,  डॉ० राहुल सांकृत्‍यायन पुरस्कार आदि आपके उपन्यास 'हजार घोडों पर सवार' पर टीवी धारावाहिक बना, 'लाज राखो राणी सती' नामक पहली राजस्‍थानी फिल्‍म भी 'चंद्र' के लेखन का परिणाम थी, गुलाबडी, चकवे की बात और विडम्‍बना पर टेली-फिल्‍में बनी।  
'''कहानी संग्रह''' - मेरी प्रेम कहानियां, श्रेष्‍ठ आंचलिक कहानियां, विशिष्‍ठ कहानियां, जमीन का टुकडा, जंजाल तथा अन्‍य कहानियां, महापुरुष आदि अनेक कथासंग्रह
+
'''नाटक''' - ताश का घर, महाराजा शेखचिल्‍ली, मैं अश्‍वत्‍थामा, चुप हो जाए पीटर, चार अजूबे, आखिरी पडाव, जीमूतवाहन, महाबली बर्बरिक आदि
+
'''सम्‍मान''' - राजस्‍थान पत्रिका सृजन पुरस्‍कार की श्रेणी में वर्ष 1996 में 'गुळजी गाथा' पर पुरस्‍कृत,  साहित्‍य महोपाध्‍याय, साहित्‍यश्री,  डॉ राहुल सांकृत्‍यायन, साहित्‍य महोपाध्‍याय आदि
+
 
+
'''विशेष''' - आपके उपन्यास 'हजार घोडों पर सवार' पर टीवी धारावाहिक बना, 'लाज राखो राणी सती' नामक पहली राजस्‍थानी फिल्‍म भी 'चंद्र' के लेखन का परिणाम थी, गुलाबडी, चकवे की बात और विडम्‍बना पर टेलीफिल्‍म बनी।  
+
 
|जीवनी=[[यादवेंद्र शर्मा 'चंद्र' / परिचय]]
 
|जीवनी=[[यादवेंद्र शर्मा 'चंद्र' / परिचय]]
 
}}
 
}}

20:43, 31 अक्टूबर 2010 का अवतरण

यादवेंद्र शर्मा 'चंद्र'
Photo-not-available-cam-kavitakosh.png
क्या आपके पास चित्र उपलब्ध है?
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें

जन्म: 1932
निधन: 2009
जन्म स्थान
--
कुछ प्रमुख कृतियाँ
तेरा मेरा उसका सच, आँखें सब देखती हैं (कविता संग्रह) के अलावा गद्य की अनेकानेक पुस्तकें
विविध
राजस्‍थान पत्रिका सृजन पुरस्‍कार की श्रेणी में वर्ष 1996 में 'गुळजी गाथा' पर पुरस्‍कृत, साहित्‍य महोपाध्‍याय, साहित्‍यश्री, डॉ० राहुल सांकृत्‍यायन पुरस्कार आदि । आपके उपन्यास 'हजार घोडों पर सवार' पर टीवी धारावाहिक बना, 'लाज राखो राणी सती' नामक पहली राजस्‍थानी फिल्‍म भी 'चंद्र' के लेखन का परिणाम थी, गुलाबडी, चकवे की बात और विडम्‍बना पर टेली-फिल्‍में बनी।
अभी इस पन्ने के लिये छोटा पता नहीं बना है। यदि आप इस पन्ने के लिये ऐसा पता चाहते हैं तो kavitakosh AT gmail DOT com पर सम्पर्क करें।


हिन्दी कविता-संग्रह


हिन्दी में लिखी अन्य कविताएँ

राजस्थानी कविताएँ

चर्चित मूल राजस्थानी कविताएँ