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मन के मनके<br>
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दर्द हरा है<br>
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दर्द हरा है
ताड़ों पर सीटी देती हैं <br>
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ताड़ों पर सीटी देती हैं  
गर्म हवाएँ<br>
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गर्म हवाएँ
जली दूब-सी तलवों में चुभती<br>
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जली दूब-सी तलवों में चुभती
यात्राएँ<br>
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यात्राएँ
पुनर्जन्म ले कर आती हैं<br>
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पुनर्जन्म ले कर आती हैं
दुर्घटनाएँ<br>
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दुर्घटनाएँ
धीरे-धीरे ढल जाएगा<br>
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वक्त आज तक <br>
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कब ठहरा है?<br>
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कब ठहरा है?
गुलमोहर-सी जलती है<br>
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गुलमोहर-सी जलती है
बागी़ ज्वालाएँ<br>
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बागी़ ज्वालाएँ
देख-देख कर हँसती हैं<br>
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देख-देख कर हँसती हैं
ऊँची आशाएँ<br>
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ऊँची आशाएँ
विरह-विरह-सी भटक रहीं सब<br>
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विरह-विरह-सी भटक रहीं सब
प्रेम कथाएँ<br>
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प्रेम कथाएँ
आज सँभाले नहीं सँभलता<br>
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आज सँभाले नहीं सँभलता
जख़्म हृदय का<br>
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जख़्म हृदय का
कुछ गहरा है<br><br>
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कुछ गहरा है
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11:31, 27 जून 2014 के समय का अवतरण

टुकड़े टुकड़े टूट जाएँगे
मन के मनके
दर्द हरा है
ताड़ों पर सीटी देती हैं
गर्म हवाएँ
जली दूब-सी तलवों में चुभती
यात्राएँ
पुनर्जन्म ले कर आती हैं
दुर्घटनाएँ
धीरे-धीरे ढल जाएगा
वक्त आज तक
कब ठहरा है?
गुलमोहर-सी जलती है
बागी़ ज्वालाएँ
देख-देख कर हँसती हैं
ऊँची आशाएँ
विरह-विरह-सी भटक रहीं सब
प्रेम कथाएँ
आज सँभाले नहीं सँभलता
जख़्म हृदय का
कुछ गहरा है