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"बात खुल के कहीं, भइल बा का ? / मनोज भावुक" के अवतरणों में अंतर
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− | बात खुल के कहीं, भइल बा का ? | + | बात खुल के कहीं, भइल बा का? |
− | प्यार के रंग चढ़ गइल बा का ? | + | प्यार के रंग चढ़ गइल बा का? |
रंग चेहरा के बा उड़ल काहें ? | रंग चेहरा के बा उड़ल काहें ? | ||
− | चोर मन के धरा गइल बा का ? | + | चोर मन के धरा गइल बा का? |
− | + | "हम त हर घात के भुला गइलीं | |
− | रउरा मन में अभी मइल बा का ? | + | रउरा मन में अभी मइल बा का ?" |
आईं अबहूँ रहे के मिल-जुल के | आईं अबहूँ रहे के मिल-जुल के | ||
− | जिन्दगी में अउर धइल बा का ? | + | जिन्दगी में अउर धइल बा का? |
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23:22, 23 जुलाई 2020 के समय का अवतरण
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बात खुल के कहीं, भइल बा का?
प्यार के रंग चढ़ गइल बा का?
रंग चेहरा के बा उड़ल काहें ?
चोर मन के धरा गइल बा का?
"हम त हर घात के भुला गइलीं
रउरा मन में अभी मइल बा का ?"
आईं अबहूँ रहे के मिल-जुल के
जिन्दगी में अउर धइल बा का?