भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"'असअद' भोपाली" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKParichay |चित्र= |नाम='असअद' भोपाली |उपनाम= |जन्म= |जन्...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) |
||
(एक अन्य सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया) | |||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
{{KKGlobal}} | {{KKGlobal}} | ||
{{KKParichay | {{KKParichay | ||
− | |चित्र= | + | |चित्र=Asad-bhopali-kavitakosh.jpg |
|नाम='असअद' भोपाली | |नाम='असअद' भोपाली | ||
|उपनाम= | |उपनाम= | ||
− | |जन्म= | + | |जन्म=1920 |
|जन्मस्थान= | |जन्मस्थान= | ||
− | |मृत्यु= | + | |मृत्यु=1990 |
|कृतियाँ= | |कृतियाँ= | ||
|विविध= | |विविध= | ||
|सम्पर्क= | |सम्पर्क= | ||
− | |अंग्रेज़ीनाम= | + | |अंग्रेज़ीनाम=Asad Bhopali |
|जीवनी=[['असअद' भोपाली / परिचय]] | |जीवनी=[['असअद' भोपाली / परिचय]] | ||
}} | }} | ||
{{KKShayar}} | {{KKShayar}} | ||
− | * [[ / 'असअद' भोपाली]] | + | * [[दो-जहाँ से मावरा हो जाएगा / 'असअद' भोपाली]] |
+ | * [[ग़म-ए-हयात से जब वास्ता पड़ा होगा / 'असअद' भोपाली]] | ||
+ | * [[गिराँ गुज़रने लगा दौर-ए-इंतिज़ार मुझे / 'असअद' भोपाली]] | ||
+ | * [[इश्क़ को जब हुस्न से नज़रें मिलाना आ गया / 'असअद' भोपाली]] | ||
+ | * [[जब अपने पैरहन से ख़ुशबू तुम्हारी आई / 'असअद' भोपाली]] | ||
+ | * [[जब ज़रा रात हुई और मह ओ अंजुम आए / 'असअद' भोपाली]] | ||
+ | * [[जब ज़िंदगी सुकून से महरूम हो गई / 'असअद' भोपाली]] | ||
+ | * [[कुछ भी हो वो अब दिल से जुदा हो नहीं सकते / 'असअद' भोपाली]] | ||
+ | * [[लब ओ रुख़्सार की क़िस्मत से दूरी / 'असअद' भोपाली]] | ||
+ | * [[न साथी है न मंज़िल का पता है / 'असअद' भोपाली]] | ||
+ | * [[तुम दूर हो तो प्यार का मौसम न आएगा / 'असअद' भोपाली]] | ||
+ | * [[ज़िंदगी का हर नफ़स मम्नून है तदबीर का / 'असअद' भोपाली]] |
19:35, 16 दिसम्बर 2017 के समय का अवतरण
'असअद' भोपाली
जन्म | 1920 |
---|---|
निधन | 1990 |
जन्म स्थान | |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
'असअद' भोपाली / परिचय |
- दो-जहाँ से मावरा हो जाएगा / 'असअद' भोपाली
- ग़म-ए-हयात से जब वास्ता पड़ा होगा / 'असअद' भोपाली
- गिराँ गुज़रने लगा दौर-ए-इंतिज़ार मुझे / 'असअद' भोपाली
- इश्क़ को जब हुस्न से नज़रें मिलाना आ गया / 'असअद' भोपाली
- जब अपने पैरहन से ख़ुशबू तुम्हारी आई / 'असअद' भोपाली
- जब ज़रा रात हुई और मह ओ अंजुम आए / 'असअद' भोपाली
- जब ज़िंदगी सुकून से महरूम हो गई / 'असअद' भोपाली
- कुछ भी हो वो अब दिल से जुदा हो नहीं सकते / 'असअद' भोपाली
- लब ओ रुख़्सार की क़िस्मत से दूरी / 'असअद' भोपाली
- न साथी है न मंज़िल का पता है / 'असअद' भोपाली
- तुम दूर हो तो प्यार का मौसम न आएगा / 'असअद' भोपाली
- ज़िंदगी का हर नफ़स मम्नून है तदबीर का / 'असअद' भोपाली