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येव्गेनी इवानोविच स्कूरो
जन्म | 07 सितंबर 1912 |
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निधन | 07 अगस्त 1995 |
उपनाम | मक्सीम तांक |
जन्म स्थान | पालकोवशीना गाँव, मिंस्क प्रदेश, बेलारूस |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
कुछ दौरों में (1936), बेरियों का रंग (1937 ), जहाज़ के पाल के नीचे (1938), द्युति के चिन्ह (1957), पानी का घूँट (1964) आएगी रोशनी (1972), माँ मरियम (1980) आदि बीस से अधिक कविता-संग्रह । | |
विविध | |
बेलारूस के विश्वप्रसिद्ध कवि । 'नारोचान के देवदार' कविता-संग्रह के लिए लेनिन पुरस्कार । दुनिया भर के कवियों की कविताओं के बेलारूसी भाषा में अनुवाद किए । | |
जीवन परिचय | |
मक्सीम तांक / परिचय |
वरयाम सिंह द्वारा अनूदित
- ब्रह्माण्ड / मक्सीम तांक
- आग के रूप / मक्सीम तांक
- आने वाले दिन की ख़बर / मक्सीम तांक
- किसान का वंश / मक्सीम तांक
- तुम्हारे यदि कुछ कहने पर / मक्सीम तांक
- शिव की मूर्ति के आगे / मक्सीम तांक
- 1939 : एक चित्र / मक्सीम तांक
- बर्फ़ीला तूफ़ान / मक्सीम तांक
- सफ़र से पहले / मक्सीम तांक
- मारिया, प्रणाम तुम्हें / मक्सीम तांक
- अपने से ईर्ष्या नहीं होती / मक्सीम तांक
- माँ के हाथ / मक्सीम तांक
- चिट्ठी का जवाब / मक्सीम तांक
रमेश कौशिक द्वारा अनूदित
-अनिल जनविजय द्वारा अनूदित