भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"राजेन्द्र भण्डारी" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) |
Sirjanbindu (चर्चा | योगदान) |
||
(इसी सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया) | |||
पंक्ति 4: | पंक्ति 4: | ||
}} | }} | ||
{{KKParichay | {{KKParichay | ||
− | |चित्र= | + | |चित्र=Rajendra_Bhandari_Kavitakosh.jpeg |
|नाम=राजेन्द्र भण्डारी | |नाम=राजेन्द्र भण्डारी | ||
|उपनाम= | |उपनाम= | ||
पंक्ति 25: | पंक्ति 25: | ||
====कविता==== | ====कविता==== | ||
* [[अरण्यगाथा / राजेन्द्र भण्डारी]] | * [[अरण्यगाथा / राजेन्द्र भण्डारी]] | ||
+ | * [[कवि र घर / राजेन्द्र भण्डारी]] | ||
* [[बल्झिरहने यो रिक्तता / राजेन्द्र भण्डारी]] | * [[बल्झिरहने यो रिक्तता / राजेन्द्र भण्डारी]] | ||
* [[मेरो अरथि उठाउने कविता / राजेन्द्र भण्डारी]] | * [[मेरो अरथि उठाउने कविता / राजेन्द्र भण्डारी]] | ||
+ | |||
====नेपाली रचनाओं का हिन्दी अनुवाद==== | ====नेपाली रचनाओं का हिन्दी अनुवाद==== | ||
* [[दार्जिलिंग,1991 / राजेन्द्र भंडारी]] | * [[दार्जिलिंग,1991 / राजेन्द्र भंडारी]] |
17:56, 10 मई 2020 के समय का अवतरण
राजेन्द्र भण्डारी
© कॉपीराइट: राजेन्द्र भण्डारी। कविता कोश के पास संकलन की अनुमति है। इन रचनाओं का प्रयोग राजेन्द्र भण्डारी की अनुमति के बिना कहीं नहीं किया जा सकता।
जन्म | अक्तूबर 1956 |
---|---|
जन्म स्थान | कालिम्पोङ, दार्जिलिंग, पश्चिम बंगाल , भारत |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
हिउँदे यी चिसा रातका पर्दाहरूमा (सन् १९७९), यी शब्दहरू : यी हरफहरू (सन् १९८६), क्षर/अक्षर (कवितासङ्ग्रह, सन् १९९८); प्रतिमान (समालोचना– सङ्कलन) को सम्पादन | |
विविध | |
: दियालो पुरस्कार (सन् १९८२), डा. शोभाकान्ति थेगिम स्मृति पुरस्कार (सन् १९९९), शिवकुमार राई स्मृति पुरस्कार (सन् २०००), गुमानसिंह चामलिङ स्मृति पुरस्कार (सन् २००७) | |
जीवन परिचय | |
राजेन्द्र भण्डारी / परिचय |
कृति
- हिउँदे यी चिसा रातका पर्दाहरूमा / राजेन्द्र भण्डारी (सन् १९७९)
- यी शब्दहरू : यी हरफहरू / राजेन्द्र भण्डारी (सन् १९८६)
- क्षर/अक्षर / राजेन्द्र भण्डारी (कवितासङ्ग्रह, सन् १९९८)
कविता
- अरण्यगाथा / राजेन्द्र भण्डारी
- कवि र घर / राजेन्द्र भण्डारी
- बल्झिरहने यो रिक्तता / राजेन्द्र भण्डारी
- मेरो अरथि उठाउने कविता / राजेन्द्र भण्डारी