भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"ओजी म्हारी सहेल्यां जोवे बाटो / राजस्थानी" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Pratishtha (चर्चा | योगदान) (New page: ओजी म्हारी सहेल्यां जोवे बाटो, भंवर म्हांने खेलण द्यों गणगौर। <br> खेलण द्...) |
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) |
||
(एक अन्य सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया) | |||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
− | ओजी म्हारी सहेल्यां जोवे बाटो, भंवर म्हांने खेलण द्यों | + | {{KKGlobal}} |
− | खेलण द्यो गणगौर-गणगौर, भंवर म्हांने निरखण द्यो | + | {{KKLokRachna |
− | जी म्हांरी सहेल्यां ... | + | |रचनाकार=अज्ञात |
+ | }} | ||
+ | {{KKCatRajasthaniRachna}} | ||
+ | <poem> | ||
+ | ओजी म्हारी सहेल्यां जोवे बाटो, भंवर म्हांने खेलण द्यों गणगौर | ||
+ | खेलण द्यो गणगौर-गणगौर, भंवर म्हांने निरखण द्यो गणगौर | ||
+ | जी म्हांरी सहेल्यां... | ||
− | के दिन की गणगौर, सुन्दर थांने कतरा दिन को | + | के दिन की गणगौर, सुन्दर थांने कतरा दिन को चाव |
− | सोळा दिन की गणगौर, भंवर म्हांने सोळा दिन को | + | सोळा दिन की गणगौर, भंवर म्हांने सोळा दिन को चाव |
− | ओजी म्हांरी सहेल्यां ... | + | ओजी म्हांरी सहेल्यां... |
− | सहेळ्यां ने ऊभी राखो, सुन्दर थांकी सहेळ्यां ने ऊभी | + | सहेळ्यां ने ऊभी राखो, सुन्दर थांकी सहेळ्यां ने ऊभी राखो |
− | जी थांकी सहेळ्यां ने दोवंण गोट, सुन्दर थाने खेळणं दां | + | जी थांकी सहेळ्यां ने दोवंण गोट, सुन्दर थाने खेळणं दां गणगौर |
− | खेलण द्यो गणगौर... | + | खेलण द्यो गणगौर... |
+ | </poem> |
07:31, 9 सितम्बर 2016 के समय का अवतरण
♦ रचनाकार: अज्ञात
ओजी म्हारी सहेल्यां जोवे बाटो, भंवर म्हांने खेलण द्यों गणगौर
खेलण द्यो गणगौर-गणगौर, भंवर म्हांने निरखण द्यो गणगौर
जी म्हांरी सहेल्यां...
के दिन की गणगौर, सुन्दर थांने कतरा दिन को चाव
सोळा दिन की गणगौर, भंवर म्हांने सोळा दिन को चाव
ओजी म्हांरी सहेल्यां...
सहेळ्यां ने ऊभी राखो, सुन्दर थांकी सहेळ्यां ने ऊभी राखो
जी थांकी सहेळ्यां ने दोवंण गोट, सुन्दर थाने खेळणं दां गणगौर
खेलण द्यो गणगौर...