भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"निकलाय रुब्त्सोफ़" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) |
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) (→कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ) |
||
(इसी सदस्य द्वारा किये गये बीच के 2 अवतरण नहीं दर्शाए गए) | |||
पंक्ति 20: | पंक्ति 20: | ||
* [[कहाँ जाएँगे उड़कर ... / निकलाय रुब्त्सोफ़ / अनिल जनविजय]] | * [[कहाँ जाएँगे उड़कर ... / निकलाय रुब्त्सोफ़ / अनिल जनविजय]] | ||
* [[मैंने तुम्हें चूमा ... / निकलाय रुब्त्सोफ़ / अनिल जनविजय]] | * [[मैंने तुम्हें चूमा ... / निकलाय रुब्त्सोफ़ / अनिल जनविजय]] | ||
+ | * [[मैं कुछ नहीं करूंगा / निकलाय रुब्त्सोफ़ / अनिल जनविजय]] | ||
+ | * [[सुदूर / निकलाय रुब्त्सोफ़ / अनिल जनविजय]] | ||
+ | * [[झील पर / निकलाय रुब्त्सोफ़ / अनिल जनविजय]] |
18:58, 19 फ़रवरी 2021 के समय का अवतरण
निकलाय रुब्त्सोफ़
जन्म | 3 जनवरी 1936 |
---|---|
निधन | 19 जनवरी 1971 |
उपनाम | Николай Михайлович Рубцов |
जन्म स्थान | येमेत्स्क, ख़ल्मागोरस्की प्रदेश, अर्ख़न्गेल्स्क, रूस |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
लहरें और चट्टानें (1962), गीति कविताएँ (1965), खेतों में चमकते सितारे (1967), आत्मा बचाए रखती है (1969), देवदार वृक्षों का शोर (1970), आख़िरी जलपोत (1973), नीलपंखी फूल (1975) | |
विविध | |
रूस के जनकवि। वोद्का में धुत्त होकर अपनी प्रेमिका से झगड़ पड़े और उसने इनका गला घोंट दिया। | |
जीवन परिचय | |
निकलाय रुब्त्सोफ़ / परिचय |
कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ
- गुलदस्ता / निकलाय रुब्त्सोफ़ / अनिल जनविजय
- वह / निकलाय रुब्त्सोफ़ / अनिल जनविजय
- कहाँ जाएँगे उड़कर ... / निकलाय रुब्त्सोफ़ / अनिल जनविजय
- मैंने तुम्हें चूमा ... / निकलाय रुब्त्सोफ़ / अनिल जनविजय
- मैं कुछ नहीं करूंगा / निकलाय रुब्त्सोफ़ / अनिल जनविजय
- सुदूर / निकलाय रुब्त्सोफ़ / अनिल जनविजय
- झील पर / निकलाय रुब्त्सोफ़ / अनिल जनविजय