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"कब किसानों की बेहतरी की बात करियेगा / डी. एम. मिश्र" के अवतरणों में अंतर

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कब किसानों की बेहतरी की बात करियेगा
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उनकी ख़ुशहाल ज़िन्दगी की बात करियेगा                                                                                                                                           
  
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आज भी कितने घरों में नहीं बिजली पहुँची
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कब अँधेरे में रोशनी की बात करियेगा
  
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चार पैसे के लिए दर ब दर भटकता है
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आप कब उसकी बेबसी की बात करियेगा
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इस क़दर क्यों दुखी किसान है सोचा तूने
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ये ज़रूरी है तो इसी की  बात करियेगा
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जब ये सरकार ही मुँह फेर लिए है अपना
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ऐसे में कैसे तरक्की की बात करियेगा
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उसकी औक़ात नहीं है महल का ख़्वाब बुने
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कम से कम उसकी  झोपड़ी की बात करियेगा
 
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16:00, 13 नवम्बर 2020 के समय का अवतरण

कब किसानों की बेहतरी की बात करियेगा
उनकी ख़ुशहाल ज़िन्दगी की बात करियेगा

आज भी कितने घरों में नहीं बिजली पहुँची
कब अँधेरे में रोशनी की बात करियेगा

चार पैसे के लिए दर ब दर भटकता है
आप कब उसकी बेबसी की बात करियेगा

इस क़दर क्यों दुखी किसान है सोचा तूने
ये ज़रूरी है तो इसी की बात करियेगा

जब ये सरकार ही मुँह फेर लिए है अपना
ऐसे में कैसे तरक्की की बात करियेगा

उसकी औक़ात नहीं है महल का ख़्वाब बुने
कम से कम उसकी झोपड़ी की बात करियेगा