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"आदतन तुम ने कर दिये वादे / गुलज़ार" के अवतरणों में अंतर
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− | हम ने अपना ही इन्तज़ार | + | हम ने अपना ही इन्तज़ार किया |
− | अब ना माँगेंगे | + | अब ना माँगेंगे जिन्दगी या रब |
ये गुनाह हम ने एक बार किया | ये गुनाह हम ने एक बार किया | ||
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19:06, 27 जून 2017 के समय का अवतरण
आदतन तुम ने कर दिये वादे
आदतन हम ने ऐतबार किया
तेरी राहों में हर बार रुक कर
हम ने अपना ही इन्तज़ार किया
अब ना माँगेंगे जिन्दगी या रब
ये गुनाह हम ने एक बार किया