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"माता चुप हो बैठ जा बेटा बोले बोल / शिवदीन राम जोशी" के अवतरणों में अंतर

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माता चुप हो बैठ जा बेटा बोले बोल,
 
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बूढ़ा-बूढ़ी हो गई नहीं मेरे घर पोल।
 
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नहीं मेरे धर पोल पडी या दुनियां सारी,
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नहीं मेरे घर पोल पडी या दुनियां सारी,
 
गारी देने लगी और बेटा की नारी।
 
गारी देने लगी और बेटा की नारी।
कौन सुने किससे कहें कुंवें पडगी भंाग,
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कौन सुने किससे कहें कुंवें पडगी भांग,
 
शिवदीन उघाड्या लाजसी कोई सी भी जांघ।
 
शिवदीन उघाड्या लाजसी कोई सी भी जांघ।
 
राम गुण गायरे।
 
राम गुण गायरे।
 
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21:29, 23 जनवरी 2012 के समय का अवतरण

माता चुप हो बैठ जा बेटा बोले बोल,
बूढ़ा-बूढ़ी हो गई नहीं मेरे घर पोल।
नहीं मेरे घर पोल पडी या दुनियां सारी,
गारी देने लगी और बेटा की नारी।
कौन सुने किससे कहें कुंवें पडगी भांग,
शिवदीन उघाड्या लाजसी कोई सी भी जांघ।
राम गुण गायरे।