भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"गोपालदास "नीरज"" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) |
|||
पंक्ति 11: | पंक्ति 11: | ||
|जीवनी=[[गोपालदास "नीरज" / परिचय]] | |जीवनी=[[गोपालदास "नीरज" / परिचय]] | ||
|shorturl=neeraj | |shorturl=neeraj | ||
+ | |gadyakosh=गोपालदास नीरज | ||
}} | }} | ||
{{KKCatUttarPradesh}} | {{KKCatUttarPradesh}} |
20:32, 17 अगस्त 2012 का अवतरण
गोपालदास "नीरज"
www.kavitakosh.org/neeraj
www.kavitakosh.org/neeraj
जन्म | 08 फ़रवरी 1926 |
---|---|
उपनाम | नीरज |
जन्म स्थान | पुरावली, इटावा, उत्तर प्रदेश, भारत |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
दर्द दिया है, प्राण गीत, आसावरी, गीत जो गाए नहीं, बादर बरस गयो, दो गीत, नदी किनारे, नीरज की गीतीकाएँ, नीरज की पाती, लहर पुकारे, मुक्तकी, गीत-अगीत, विभावरी, संघर्ष, अंतरध्वनी, बादलों से सलाम लेता हूँ, कुछ दोहे नीरज के कारवां गुजर गया | |
विविध | |
2007 में पद्म भूषण सहित अनेक प्रतिष्ठित सम्मान और पुरस्कार से सम्मानित | |
जीवन परिचय | |
गोपालदास "नीरज" / परिचय | |
कविता कोश पता | |
www.kavitakosh.org/neeraj |
कविता-संग्रह <sort order="asc" class="ul">
- दर्द दिया है / गोपालदास "नीरज"
- आसावरी / गोपालदास "नीरज"
- बादलों से सलाम लेता हूँ / गोपालदास "नीरज"
- गीत जो गाए नहीं / गोपालदास "नीरज"
- कुछ दोहे नीरज के / गोपालदास "नीरज"
- नीरज की पाती / गोपालदास "नीरज"
- नीरज दोहावली / गोपालदास "नीरज"
- गीत-अगीत / गोपालदास "नीरज"
- कारवां गुजर गया / गोपालदास "नीरज"
</sort> हाइकु
प्रतिनिधि कविताऐं <sort order="asc" class="ul">
- जब भी इस शहर में कमरे से मैं बाहर निकला / गोपालदास "नीरज
- है बहुत अंधियार अब सूरज निकलना चाहिये / गोपालदास "नीरज
- मधुपुर के घनश्याम अगर कुछ पूछें हाल दुखी गोकुल का / गोपालदास "नीरज"
- दो गुलाब के फूल छू गए जब से होठ अपावन मेरे / गोपालदास "नीरज"
- कारवां गुज़र गया / गोपालदास "नीरज"
- छिप-छिप अश्रु बहाने वालों / गोपालदास "नीरज"
- पीर मेरी, प्यार बन जा ! / गोपालदास "नीरज"
- धरा को उठाओ, गगन को झुकाओ / गोपालदास "नीरज"
- अंधियार ढल कर ही रहेगा / गोपालदास "नीरज"
- मेरा गीत दिया बन जाए / गोपालदास "नीरज"
- तिमिर ढलेगा / गोपालदास "नीरज"
- तुम दीवाली बन कर / गोपालदास "नीरज"
- मैं तूफ़ानों मे चलने का आदी हूं / गोपालदास "नीरज"
- दूर से दूर तलक एक भी दरख्त न था / गोपालदास "नीरज"
- मानव कवि बन जाता है / गोपालदास "नीरज"
- जीवन जहाँ / गोपालदास "नीरज"
- अब तुम्हारा प्यार भी / गोपालदास "नीरज"
- नींद भी मेरे नयन / गोपालदास "नीरज"
- कितनी अतृप्ति है / गोपालदास "नीरज"
- तुमने कितनी निर्दयता / गोपालदास "नीरज"
- दिया जलता रहा / गोपालदास "नीरज"
- अब तो मज़हब / गोपालदास "नीरज"
- आज मदहोश हुआ जाए रे / गोपालदास "नीरज"
- अभी न जाओ प्राण! / गोपालदास "नीरज"
- मगर निठुर न तुम रुके / गोपालदास "नीरज"
- तन की हवस / गोपालदास "नीरज"
- नारी / गोपालदास "नीरज"
- यदि मैं होता घन सावन का / गोपालदास "नीरज"
- अंतिम बूँद / गोपालदास "नीरज"
- अब बुलाऊँ भी तुम्हें / गोपालदास "नीरज"
- प्रेम का न दान दो / गोपालदास "नीरज"
- प्रेम-पथ हो न सूना / गोपालदास "नीरज"
- जलाओ दिए पर रहे ध्यान इतना / गोपालदास "नीरज"
- आदमी को प्यार दो / गोपालदास "नीरज"
- सेज पर साधें बिछा लो / गोपालदास "नीरज"
- बेशरम समय शरमा ही जाएगा / गोपालदास "नीरज"
- प्यार की कहानी चाहिए / गोपालदास "नीरज"
- तुम ही नहीं मिले जीवन में / गोपालदास "नीरज"
- एक तेरे बिना प्राण ओ प्राण के ! / गोपालदास "नीरज"
- कितने दिन चलेगा? / गोपालदास "नीरज"
- तुम्हारे बिना आरती का दीया यह / गोपालदास "नीरज"
- विश्व चाहे या न चाहे / गोपालदास "नीरज"
- अब तुम रूठो / गोपालदास "नीरज"
- किसलिए आऊं तुम्हारे द्वार? / गोपालदास "नीरज"
- तब मेरी पीड़ा अकुलाई! / गोपालदास "नीरज"
- पिया दूर है न पास है / गोपालदास "नीरज"
- तुम झूम झूम गाओ / गोपालदास "नीरज"
- मुस्कुराकर चल मुसाफिर / गोपालदास "नीरज"
- बहार आई / गोपालदास "नीरज"
- मैं अकंपित दीप / गोपालदास "नीरज"
- मेरा इतिहास नहीं है / गोपालदास "नीरज"
- बन्द करो मधु की / गोपालदास "नीरज"
- मैं तुम्हें अपना / गोपालदास "नीरज"
- चलते-चलते थक गए पैर / गोपालदास "नीरज"
- स्वप्न झरे फूल से, मीत चुभे शूल से / गोपालदास "नीरज"
- खग ! उडते रेहना जीवन भर ! / गोपालदास "नीरज"
- बसंत की रात / गोपालदास "नीरज"
- नीरज गा रहा है / गोपालदास "नीरज"
- मुझको याद किया जाएगा / गोपालदास "नीरज"
- लेकिन मन आज़ाद नहीं है / गोपालदास "नीरज"
- साँसों के मुसाफिर / गोपालदास "नीरज"
- तन तो आज स्वतंत्र हमारा, लेकिन मन आज़ाद नहीं है / गोपालदास "नीरज"
- ओ हर सुबह जगाने वाले /गोपालदास "नीरज"
- अब तुम रूठो, रूठे सब संसार, मुझे परवाह नहीं है / गोपालदास "नीरज"
- खुशबू सी आ रही है इधर ज़ाफ़रान की / गोपालदास "नीरज"
</sort>