भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"मदद ! / निकानोर पार्रा / देवेश पथ सारिया" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=निकानोर पार्रा |अनुवादक=देवेश पथ...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
 
पंक्ति 7: पंक्ति 7:
 
{{KKCatKavita}}
 
{{KKCatKavita}}
 
<Poem>
 
<Poem>
 नहीं मालूम कि मैं कैसे यहां पहुंचा:
+
 नहीं मालूम कि मैं कैसे यहाँ पहुँचा :
  
 
मैं ख़ुशी से दौड़ा जा रहा था
 
मैं ख़ुशी से दौड़ा जा रहा था
अपनी टोपी दाएं हाथ में पकड़े
+
अपनी टोपी दाएँ हाथ में पकड़े
 
एक चमकती तितली का पीछा करता
 
एक चमकती तितली का पीछा करता
 
जिसने मुझे प्रसन्नता से पागल कर दिया था
 
जिसने मुझे प्रसन्नता से पागल कर दिया था
  
और अचानक! मैं अटक कर गिर गया
+
और अचानक ! मैं अटककर गिर गया
 
मुझे नहीं मालूम कि बग़ीचे को क्या हुआ
 
मुझे नहीं मालूम कि बग़ीचे को क्या हुआ
 
बर्बाद हुआ पड़ा है यह
 
बर्बाद हुआ पड़ा है यह
मेरी नाक और मुंह से ख़ून निकल रहा है
+
मेरी नाक और मुँह से ख़ून निकल रहा है
  
 
मुझे सच में नहीं मालूम कि क्या हो रहा है
 
मुझे सच में नहीं मालूम कि क्या हो रहा है
 
मेरी मदद करो
 
मेरी मदद करो
या गोली मार दो मेरे सिर में।
+
या गोली मार दो मेरे सिर में ।
  
(अंग्रेजी अनुवाद: मिलर विलियम्स)  
+
(अंग्रेज़ी अनुवाद : मिलर विलियम्स)  
  
 
'''अँग्रेज़ी से अनुवाद : देवेश पथ सारिया'''
 
'''अँग्रेज़ी से अनुवाद : देवेश पथ सारिया'''
 
</poem>
 
</poem>

10:29, 28 जून 2021 के समय का अवतरण

 नहीं मालूम कि मैं कैसे यहाँ आ पहुँचा :

मैं ख़ुशी से दौड़ा जा रहा था
अपनी टोपी दाएँ हाथ में पकड़े
एक चमकती तितली का पीछा करता
जिसने मुझे प्रसन्नता से पागल कर दिया था

और अचानक ! मैं अटककर गिर गया
मुझे नहीं मालूम कि बग़ीचे को क्या हुआ
बर्बाद हुआ पड़ा है यह
मेरी नाक और मुँह से ख़ून निकल रहा है

मुझे सच में नहीं मालूम कि क्या हो रहा है
मेरी मदद करो
या गोली मार दो मेरे सिर में ।

(अंग्रेज़ी अनुवाद : मिलर विलियम्स)

अँग्रेज़ी से अनुवाद : देवेश पथ सारिया