भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"आलोकवृत्त / गुलाब खंडेलवाल" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
पंक्ति 17: पंक्ति 17:
 
*[['मन्त्र पुराने काम नं देंगें, मन्त्र नया पढ़ना है / तृतीय सर्ग/ गुलाब खंडेलवाल]]
 
*[['मन्त्र पुराने काम नं देंगें, मन्त्र नया पढ़ना है / तृतीय सर्ग/ गुलाब खंडेलवाल]]
 
*[[जन्मसिद्ध अधिकार मनुज का न्याय-शान्ति पाने का / चतुर्थ सर्ग / गुलाब खंडेलवाल]]
 
*[[जन्मसिद्ध अधिकार मनुज का न्याय-शान्ति पाने का / चतुर्थ सर्ग / गुलाब खंडेलवाल]]
*[[आ चुके थे पर चतुर नायक पुलिस के पंचम सर्ग / गुलाब खंडेलवाल]]
+
*[[आ चुके थे पर चतुर नायक पुलिस के / पंचम सर्ग / गुलाब खंडेलवाल]]
 
*[[मुँह से उफ् तक किये बिना अधिकारों के हित अड़ना है / षष्ट सर्ग / गुलाब खंडेलवाल]]
 
*[[मुँह से उफ् तक किये बिना अधिकारों के हित अड़ना है / षष्ट सर्ग / गुलाब खंडेलवाल]]
 
*[[स्वयं वन्दिनी पिंजरे में जब तड़प रही हो माता / सप्तम सर्ग / गुलाब खंडेलवाल]]
 
*[[स्वयं वन्दिनी पिंजरे में जब तड़प रही हो माता / सप्तम सर्ग / गुलाब खंडेलवाल]]

22:52, 18 जून 2010 का अवतरण

आलोकवृत्त
General Book.png
क्या आपके पास इस पुस्तक के कवर की तस्वीर है?
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
रचनाकार गुलाब खंडेलवाल
प्रकाशक
वर्ष
भाषा हिंदी
विषय
विधा खंड-काव्य
पृष्ठ
ISBN
विविध
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।

<sort order="asc" class="ul">

</sort>