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* मुकुंदराज - विवेकसिंधु | * मुकुंदराज - विवेकसिंधु |
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मराठी कवी
आद्य कवी
- मुकुंदराज - विवेकसिंधु
- कवी भास्कर बोरीकर - शिशुपालवध
- कवीश्वर भास्कर - एकादशस्कंध
- दामोदर पंडित - वत्सहरण
- कवी नरेंद्र - रुक्मिणी स्वयंवर
- विश्वनाथ बाळापुरकर - ज्ञानबोध
- खळो व्यास - सह्याद्रीवर्णन
- नारायण पंडित - ऋद्धपूरवर्णन
- महादाम्बा - धवळे (आद्य कवयित्री)
वारकरी संप्रदाय
- संत ज्ञानेश्वर - ज्ञानेश्वरी
- संत तुकाराम
- संत नामदेव
- संत गोरा कुंभार
- संत एकनाथ
- संत चोखामेळा
- समर्थ रामदास स्वामी - दासबोध
स्त्री कवयित्री
- मुक्ताबाई - (प्रसिद्ध रचना) -१. मुंगी उडाली आकाशी, तिने गिळिले सूर्याशी २. मजवरी दया करा ताटी उघडा ज्ञानेश्वरा
- जनाबाई - (प्रसिद्ध रचना) -१. विठू माझा लेकुरवाळा, संगे गोपालांचा मेळा
- बहिणाबाई
- सोयराबाई -(प्रसिद्ध रचना) - १. रंगी रंगला श्रीरंग, अवघा रंग एक झाला
- निर्मला
- भागू
- कान्होपात्रा
- मध्व मुनीश्वर
- अमृत राय
- महिपती
- वामन पंडित
- मोरोपंत - केकावली
- मन्मथ स्वामी
- ज्योतीराम
- प्रभाकर
- होनाजी बाळा
- सगनभाऊ
- परशराम
- रामजोशी
- महिपती
- मुक्तेश्वर
- श्रीधर
अर्वाचीन मराठी कविता
- विष्णू मोरेश्वर महाजनी - कुसुमांजली
- महादेव मोरेश्वर कुंटे - राजा शिवाजी
- केशवसुत - काविताये - हरपले श्रेय, तुतारी, नवा शिपाई, झपूर्झा, स्फुर्ती, सतारीचे बोल
- नारायण वामन टिळक -
- त्र्यंबक बापुजी ठोंबरे काविताये - फुलराणी, खेड्यातील चित्र, उदासीनता, औदुंबर, तडाग असते, श्रावण मास
- गोविंदाग्रज - काविताये, हास्य - विहिणीचा कलकलाट , हुक्मे हुकूम , चिंतातुर जंतू, एक समस्या
- कवी दत्त
- माधवानुज
- रेंदाळकर
- बी नागेश रहाळकर
- कृ ना आठल्ये
- मो वा कानिटकर
- ग ज आगाशे
- सुमंत
- साधु दास
- विनायक दामोदर सावरकर काविताये - सागरास (ने मजसी ने....), माझे मृत्युपत्र , कमला, गोमंतक, जयोस्तुते, जयदेव जयदेव जय शिवराया.
- भास्कर रामचंद्र तांबे - काविताये - नववधू प्रिया मी .., पूर्णाहुती, निरोप घेताना, रुद्रास आवाहन, रिकामे मधुघट, पन्नास वर्षानंतर