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"गजबे मुकद्दर हो गइल / मनोज भावुक" के अवतरणों में अंतर
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गजबे मुकद्दर हो गइल | गजबे मुकद्दर हो गइल | ||
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09:35, 8 अप्रैल 2012 के समय का अवतरण
गजबे मुकद्दर हो गइल
गड़ही समुन्दर हो गइल
साथी त टंगरी खींच के
हमरा बराबर हो गइल
घरही में सिक्सर तान के
बबुआ सिकन्दर हो गइल
राजा मदारी कब भइल?
जब लोग बानर हो गइल
'भावुक' कहाँ भावुक रहल
ईहो त पत्थर हो गइल