भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Pratishtha (चर्चा | योगदान) |
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 91: | पंक्ति 91: | ||
* [[रे कुछ न हुआ / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"]] | * [[रे कुछ न हुआ / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"]] | ||
* [[बापू, तुम मुर्गी खाते यदि... / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"]] | * [[बापू, तुम मुर्गी खाते यदि... / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"]] | ||
+ | * [[नयनों के डोरे लाल-गुलाल भरे / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"]] | ||
+ | * [[मार दी तुझे पिचकारी / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"]] | ||
+ | * [[ख़ून की होली जो खेली / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"]] | ||
+ | * [[खेलूँगी कभी न होली / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"]] | ||
+ | * [[केशर की कलि की पिचकारी / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"]] | ||
</sort> | </sort> |
12:05, 20 मार्च 2011 का अवतरण
सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
www.kavitakosh.org/nirala
www.kavitakosh.org/nirala
जन्म | 21 फ़रवरी 1896 |
---|---|
निधन | 15 अक्तूबर 1961 |
उपनाम | निराला |
जन्म स्थान | गढ़ाकोला, उन्नाव। |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
परिमल, अर्चना, सांध्य काकली, अपरा , गीतिका, आराधना, दो शरण, रागविराग, गीत गुंज, अणिमा, कुकुरमुत्ता | |
विविध | |
छायावाद के चार प्रमुख स्तंभों में से एक। नवगीत के उद्भावक और प्रवर्तक। | |
जीवन परिचय | |
सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला" / परिचय | |
कविता कोश पता | |
www.kavitakosh.org/nirala |
कविता संग्रह
- अनामिका / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला" (1923)
- परिमल / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- गीतिका / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- द्वितीय अनामिका / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- कुकुरमुत्ता / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- अणिमा / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- बेला / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- नए पत्ते / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- अर्चना / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- आराधना / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- गीत कुंज / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- सांध्य काकली / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- अपरा / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- दो शरण / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- रागविराग / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
लम्बी रचना
- राम की शक्ति पूजा / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- सरोज स्मृति / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- बादल राग / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- तुलसीदास / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ <sort order="asc" class="ul">
- दीन / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- मुक्ति / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- राजे ने अपनी रखवाली की / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- भिक्षुक / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- मौन / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- नयनों के डोरे लाल / सूर्यकांत त्रिपाठी निराला
- संध्या सुन्दरी / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- तुम हमारे हो / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- वर दे वीणावादिनी वर दे ! / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- चुम्बन / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- प्राप्ति / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- भारती वन्दना / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- भर देते हो / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- ध्वनि / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- उक्ति / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- गहन है यह अंधकारा / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- शरण में जन, जननि / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- स्नेह-निर्झर बह गया है / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- मरा हूँ हज़ार मरण / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- पथ आंगन पर रखकर आई / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- आज प्रथम गाई पिक / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- मद भरे ये नलिन / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- भेद कुल खुल जाए / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- प्रिय यामिनी जागी / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- लू के झोंकों झुलसे हुए थे जो / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- पत्रोत्कंठित जीवन का विष / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- तोड़ती पत्थर / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- खुला आसमान / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- बाँधो न नाव इस ठाँव, बंधु / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- प्रियतम / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- वन बेला / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- टूटें सकल बन्ध / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- रँग गई पग-पग धन्य धरा / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- भिक्षुक / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- वे किसान की नयी बहू की आँखें / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- तुम और मैं / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- उत्साह / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- अध्यात्म फल (जब कड़ी मारें पड़ीं) / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- अट नहीं रही है / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- गीत गाने दो मुझे / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- प्रपात के प्रति / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- आज प्रथम गाई पिक पंचम / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- गर्म पकौड़ी / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- दलित जन पर करो करुणा / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- कुत्ता भौंकने लगा / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- मातृ वंदना / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- मानव जहाँ / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- बान कूटता है / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- रे कुछ न हुआ / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- बापू, तुम मुर्गी खाते यदि... / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- नयनों के डोरे लाल-गुलाल भरे / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- मार दी तुझे पिचकारी / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- ख़ून की होली जो खेली / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- खेलूँगी कभी न होली / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- केशर की कलि की पिचकारी / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
</sort>