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"गिलास भर नर्मदा / प्रेमशंकर रघुवंशी" के अवतरणों में अंतर
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11:17, 31 मार्च 2011 के समय का अवतरण
बिन्नू गिलास-भर नर्मदा लाई
और दे गई जीवन मुझे
अब प्याला-भर चाय लाएगी
और महँगाई का राग अलापेगी ।