भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"चांद का मुँह टेढ़ा है / गजानन माधव मुक्तिबोध" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
 
पंक्ति 5: पंक्ति 5:
  
 
{{KKPustak
 
{{KKPustak
|चित्र=Chand_cover.jpg  
+
|चित्र=Chand_Ka_Munh_Tedha_hai.jpg  
 
|नाम=चांद का मुँह टेढ़ा है
 
|नाम=चांद का मुँह टेढ़ा है
 
|रचनाकार=[[गजानन माधव मुक्तिबोध]]
 
|रचनाकार=[[गजानन माधव मुक्तिबोध]]
पंक्ति 11: पंक्ति 11:
 
|वर्ष=1964
 
|वर्ष=1964
 
|भाषा=हिन्दी
 
|भाषा=हिन्दी
|विषय=
+
|विषय=कविता
|शैली=
+
|शैली=नई कविता
 
|पृष्ठ=296
 
|पृष्ठ=296
|ISBN=
+
|ISBN=9788126308239
|विविध=
+
|विविध=वर्तमान संस्करण, 2004
 
}}
 
}}
 
+
* [[प्रथम संस्करण से / चांद का मुँह टेढ़ा है]]
 
* [[भूल ग़लती / गजानन माधव मुक्तिबोध]]
 
* [[भूल ग़लती / गजानन माधव मुक्तिबोध]]
 
* [[पता नहीं... / गजानन माधव मुक्तिबोध]]
 
* [[पता नहीं... / गजानन माधव मुक्तिबोध]]

12:35, 26 अप्रैल 2012 के समय का अवतरण


चांद का मुँह टेढ़ा है
Chand Ka Munh Tedha hai.jpg
रचनाकार गजानन माधव मुक्तिबोध
प्रकाशक भारतीय ज्ञानपीठ
वर्ष 1964
भाषा हिन्दी
विषय कविता
विधा नई कविता
पृष्ठ 296
ISBN 9788126308239
विविध वर्तमान संस्करण, 2004
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।