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"उस धुंधले कमरे में / ओसिप मंदेलश्ताम" के अवतरणों में अंतर
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उस<br> | उस<br> |
22:12, 8 अक्टूबर 2007 के समय का अवतरण
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उस
धुंधले कमरे से
अचानक
हल्की शाल ओढे़
बाहर आईं तुम
किसी को
तकलीफ़
नहीं दी
हमने
सोते हुए
नौकरों को
नहीं जगाया
(रचनाकाल : 1908)