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"उसका खत / रति सक्सेना" के अवतरणों में अंतर

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बन गया एक रास्ता
  
उसने खत लिखा<br>
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उसने बन्द किया लिफाफा
फिर पता<br>
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बन्द हो गई उड़ान
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उसने बन्द किया लिफाफा<br>
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लिफाफा आया
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ढेर सारी यादों से घिरी
 
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साथ आई छुअन <br>
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ढेर सारी यादों से घिरी<br><br>
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18:00, 29 अगस्त 2013 के समय का अवतरण

उसने खत लिखा
फिर पता
पते के नीचे खींची लकीर
वहाँ से यहाँ तक
बन गया एक रास्ता

उसने बन्द किया लिफाफा
बन्द हो गई उड़ान
आसमान में चक्कर काटने वाली

लिफाफा आया
साथ आई छुअन
ढेर सारी यादों से घिरी