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"लाडो मँगणा हो / खड़ी बोली" के अवतरणों में अंतर
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18:38, 13 जुलाई 2008 के समय का अवतरण
♦ रचनाकार: अज्ञात
भारत के लोकगीत
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लड़की की इच्छाएँ
लाड्डो मँगणा हो सो माँग
राम रथ हाँक दिए।
मैं तो माँगूँ अयोध्या का राज
ससुर राजा दशरथ से ।
लाड्डो मँगना हो सो माँग
राम रथ हाँक दिए।
मैं तो माँगूँ कौशल्या –सी सास
देवर छोटे लछमन से ।
लाड्डो मँगना हो सो माँग
राम रथ हाँक दिए।
मैं तो माँगूँ श्रीभगवान
पलंगों पै बैठी राज करूँ ।
लाड्डो मँगना हो सो माँग
राम रथ हाँक दिए।