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"कान्हा गगरिया मत फोड़ो / बुन्देली" के अवतरणों में अंतर

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12:17, 27 जनवरी 2015 के समय का अवतरण

   ♦   रचनाकार: अज्ञात

कान्हा गगरिया मत फोड़ो
बन की बीच डगरिया में।...
जो कान्हा तुम्ळें भूख लगेगी...
भूख लगेगी कान्हा भूख लगेगी...
माखन रखिहो बगलिया में।...
जो कान्हा तुम्हें प्यास लगेगी।...
प्यास लगी कान्हा प्यास लगेगी।...
झाड़ी रखिहो बगलिया में। कान्हा।...
जो कान्हा तुम्हें तलब लगेगी।...
तलब लगेगी कान्हा, तलब लगेगी।...
बीड़ा रखिहो बगलिया में। कान्हा।...