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"पीरे पट वाले मेरे सैया / बुन्देली" के अवतरणों में अंतर

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   ♦   रचनाकार: अज्ञात

पीरे पट वाले मेरे सैयां
कै तुम संग किये साधुन के
कै सरजू में दई गैयां। पीरे...
ना हम संग किये साधुन के
ना सरजू में दई गैयां। पीरे...
गुण अवगुण तुम तो सब जानो
तुम से नाथ झुपी नैयां। पीरे...