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पँवारी लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
तुम चल्या समदी तुम चल्या
तुम ते नाचतऽ चल्या।
हात मऽ दोना ले चल्या रे
तुम पातर चाटत चल्या
तुम चल्या श्री किसन तुमऽ चल्या
तुम ते नाचतऽ चल्या।
हात मऽ दोना ले चल्या रे
तुम पातर चाटत चल्या
तुम चल्या रमेश देव तुम चल्या।।
तुम ते नाचतऽ चल्या।
हात मऽ दोना ले चल्या रे
तुम पातर चाटत चल्या