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"बता वीरन को देश बनदेवा / पँवारी" के अवतरणों में अंतर
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पँवारी लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
बता वीरन को देश बनदेवा
नहीं दवड़ी नहीं कोण्डरी
बता बीरन को देस बनदेवा।।
मखज का पूदय मऽरीऽ बैन्दोली
अगल्या गायकी खऽ पूछऽ
गाय चरन्ता गायकी रे
बता मऽराऽ बीरनऽ को देस बनदेवा।।