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"दीपक दया धरम को जारौ / ईसुरी" के अवतरणों में अंतर

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16:40, 1 अप्रैल 2015 के समय का अवतरण

दीपक दया धरम को जारौ,
सदा रात उजयारौ।
धरम करे बिन करम खुलैना,
ज्यौं कुन्जी बिन तारौं,
समझा चुके करै न रइयो।
दिया तरै अंदयारौ।
कात ईसुरी सुनलो भईया
लगजै यार न वारौ।