भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"चौपर है राजन के लानैं / ईसुरी" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKLokRachna |भाषा=बुन्देली |रचनाकार=ईसुरी |संग्रह= }} {{KKC...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

17:24, 1 अप्रैल 2015 के समय का अवतरण

चौपर है राजन के लानैं
जिनै जगीरी खानैं।
बड़े भोर सें बिछो गलीचा
ठान ओई की ठानैं।
निस दिन तार लगी चौपर की,
मरे जात भैरानें।
कात ईसुरी जुरकै बैठत
लबरा केऊ सयाने।