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"दूगो सखी के बेआन / मोती बी.ए." के अवतरणों में अंतर

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बेआन पहिला सखी के - मोर पिया आदमखोर
सुनु सजनी
ठाढ़े अदिमी चबाय

बेआन दुसरा सखी के - मोर पिया जाँगर चोर
सुनु सजनी
देखते अदिमी लुकाय

पहिलकी - जिनिगी भइल सखी
साँपे के बीअरि
गोंहुवन जेइ में समाय
फट कढ़ले गोंहुवन फुफुकारे
जब जब बहेला बतास

दूसरीकी - जिनिगी हमार सखी
जस मुसकइलि
मूस राम रहे छितराय
खाली रे बिअरिया के
फूटल करमवा जे
एगो साँप आवे एगो जाय।
03.09.94