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15:07, 2 जुलाई 2015 के समय का अवतरण

पहले लोग लतिया दिए जाते थे
या लठिया दिए जाते थे
फिर लोग गलिया दिए जाते रहे
छुआछूत के ख़िलाफ़
सिर्फ़ बोलने पर
परन्तु अब
लोग बमिया दिए जाते हैं
इसके ठीक विपरीत
अत्याचारी लोग
मानसिक छुआछूत दिमाग़ में पाले
सुर्ख़ियाए जा रहे हैं
आदमी का ख़ून चूसने के बाद
कितनी बड़ी तरक़्क़ी की है
इस सठियाए हुए
कुसियाए हुए लोगों ने!