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"भोला / श्रीनाथ सिंह" के अवतरणों में अंतर
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हुआ सवेरा मुर्गा बोला
घर से चला टहलने भोला
मिला राह में उसको भालू
लगा मांगने रोटी- आलू
आलू बिकने गया हाट में
भालू सोने लगा खाट में
टूटी खाट गिर पड़ा भालू
अब न चाहिए रोटी आलू