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"रामदीन / सूर्यकुमार पांडेय" के अवतरणों में अंतर

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11:06, 15 जुलाई 2015 के समय का अवतरण

पैरों में टूटी चप्पल है
और अँगोछा कन्धे पर,
रामदीन निकला है घर से
सुबह सवेरे धन्धे पर।

शाम तलक दस-बीस रुपैया
मज़दूरी से पाएगा,
बीवी-बच्चों संग मिल-जुलकर
रोटी-चटनी खाएगा।

जो सुख मिलता रामदीन को
मेहनत-भरी मजूरी में,
कहाँ मज़ा वह बड़ों-बड़ों की
हलवा-सब्ज़ी-पूरी में!