भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"बिलैया / दिनेश बाबा" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=दिनेश बाबा |अनुवादक= |संग्रह=हँसी...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

02:25, 11 जून 2016 के समय का अवतरण

अगे बिलैय्या फुसू फुसू
पकड़ें जाय केॅ मुसू मुसू
सब देखी घबड़ाबै छै
मुसबां बड़ी सताबै छै
मूसा पकड़ी खहियें तों
घोॅर छोड़ी नै जहियें तों
पहरा तों दिन-रात दिहें
खाय में मच्छी भात लिहें
खैहियें तोहें कुटुर-मुटुर
घूरिहें सगरो फुटुर-फुटुर