भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"प्रतीक / विवेक निराला" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Sharda suman (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= |अनुवादक= |संग्रह= }} {{KKCatKavita}} <poem> भाषा...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
(कोई अंतर नहीं)
|
07:25, 14 जून 2016 के समय का अवतरण
भाषा में देश था
देश में धर्म
धर्म में नायक थे
नायकों में राम
राम में भय था
भय का पार्टी से लेकर
भेड़िये तक कई प्रतीक थे
प्रतीकों में प्रेम नहीं था
प्रेम का प्रतीक कोई नहीं था