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"तेरा किरदार कुछ दिखाई तो दे / सिया सचदेव" के अवतरणों में अंतर
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तेरा किरदार कुछ दिखाई तो दे
मेरे दामन में कुछ बुराई तो दे
मेरे दिल को सुकून मिल जाए
मेरा मुहसिन मुझे दिखाई तो दे
तूने पी तो लिया है सारा लहू
क़ैद पंछी को अब रिहाई तो दे
मेरी ख़्वाहिश का अह्तिराम तो कर
कुछ न दे तू मुझे ज़ुदाई तो दे
हाल मेरा कभी तो वो जाने
आह उसको सिया सुनाई तो दे