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14:43, 16 फ़रवरी 2017 के समय का अवतरण

थामे बैठे हैं चिंटू जी
जब से आया है अखबार,
उलट-पुलटकर देख रहे हैं
घंटे बीत गए दो-चार।

मम्मी बोली-चिंटू प्यारे,
लगन तुम्हारी अपरंपार,
लेकिन कहना मानो बेटे,
सीधा तो कर लो अखबार!