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"हमारी जिन्दगी / श्याम सुशील" के अवतरणों में अंतर

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17:17, 20 मार्च 2017 के समय का अवतरण

(बाबा नागार्जुन और त्रिलोचन के प्रति)

आपका जीना
हमारी जिन्दगी के
आप युग-युग तक जिएं
जिससे
जी सकें हम:
मधु-हलाहल
पी सके हम
जिन्दगी का!