भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"495 / हीर / वारिस शाह" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=वारिस शाह |अनुवादक= |संग्रह=हीर / व...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

15:00, 5 अप्रैल 2017 के समय का अवतरण

कही छिंज<ref>तमाशा</ref> घती अज तुसां भैणां खुआर कीता जे मैं निघर जांदड़ी नूं
भइआं पिटड़ी कदों मैं गई किते किओं उडाया जे मैं मुनस-खांदड़ी<ref>खसमखानी</ref> नूं
छज छाननी घत उडाया जे मापे पिटड़ी ते लुड जांदड़ी नूं
सैदे खेड़ी दे ढिड विच सूल होया सदन गई सां मैं किसे मांदरी<ref>मंत्र पढ़ने वाला</ref> नूं

शब्दार्थ
<references/>