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"ज़हरीली हवा / दिनेश जुगरान" के अवतरणों में अंतर

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16:22, 12 मई 2017 के समय का अवतरण

अनेक रंगों के धब्बे
अलग-अलग चेहरे बनकर
दीवारों पर टंगे दीखते हैं
पिछली रात
जरूर कोई ज़हरीली हवा
टकराई होगी पेड़ों से
ढेर सारे पत्ते
सड़कों पर
बिछे दीखते हैं