भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"सूरीनामी बालक / अमर सिंह रमण" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Sharda suman (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=अमर सिंह रमण |अनुवादक= |संग्रह= }} {{KKCa...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
(कोई अंतर नहीं)
|
13:32, 24 मई 2017 के समय का अवतरण
सूरीनामी बालक नाम हमारा,
देश की सेवा काम हमारा।
जितने आसमान पर तारे,
उतने साथी सखा हमारे।
जो चाहे सो कर सकते हैं,
नहीं किसी से डर सकते हैं।
बहा प्रेम की गंगा देंगे,
मिटा देश से दंगा देंगे।
देश हमारा सबसे प्यारा,
दुनिया में सबसे न्यारा।
हम भी इसके प्यारे हैं
जय सूरीनाम के नारे हैं।