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"भीतर की दुनिया / रंजना जायसवाल" के अवतरणों में अंतर

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12:35, 4 जुलाई 2017 के समय का अवतरण

मेरे भीतर जो दुनिया है
उसे कोई नहीं जान सकता
तुम उसमें मेरे साथ हो
मेरे हिसाब से
हँसते हो मेरे लिए
गुनगुनाते मेरे लिए
तुम्हारा प्यार और मनुहार
बस है मेरे लिए
बाहर की दुनिया
नहीं सह सकती
मेरे भीतर की दुनिया