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♦ रचनाकार: अज्ञात
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अँगना में पोखरि खनायल
छठि मैया अयतिन आइ
दुअरा पर तमुआ तनायल
छठि मैया अयतिन आइ
अंचरा सॅ गलिया बोहारब
छठि मैया अयतिन आइ
केरबा के आनबै डाला भरी
तै पर पियरी ओढ़ायब
छठि मैया अयतिन आय हे
हाथी पर कलषा बैठायब
तै पर दीया जगमगाय
छठि मैया अयतिन आइ।