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"नदियाँ - 1 / लवली गोस्वामी" के अवतरणों में अंतर

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नदियों की जीभ होती है
लपलपाती पानी की शतखंडी जीभ

जड़ों की मिटटी काट कर नदियाँ
सघन पेड़ों से बने कुञ्ज के कुञ्ज खा जाती है

नदियाँ केवल पालन करने वाली माँएं नही होती
विहँसती मुक्त अंगनाएँ भी होती है

नदियों के निज होते हैं
बड़े-बड़े टीले काट कर बहाती नदियाँ
अपने रहस्य पर अट्टहास करती हैं

हाँ साहब,
आप नहीं जानते
लेकिन नदियों के निज होते हैं।