भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"निर्गुण गीत / सरोज सिंह" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=सरोज सिंह |अनुवादक= |संग्रह= }} {{KKCatBhojpu...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

22:18, 23 जनवरी 2018 के समय का अवतरण

हमरे अंचरवा पs जिनगी के दाग बा
छोड़sवले नाही छूटत यार बलम जी
जवने रंगवा के... गsरिया रंगवलs
ओही रंगे रंगब... संसार बलम जी
जिनगी के चउंध से... मनवा उबियाईल
नाही केहू तोरे नियर.. दिलदार बलम जी
जोबन के जर में... लागsता दियका
ढहल उमीरिया मांगे... उद्धार बलम जी
सगरो उठी सोर... जब आई बरियात
लोराईल नेहिया लिपी... घर-दुआर बलम जी
बिरथा गवsवनी... कुछु ना कमsवनी
मांगी नेगचार देब... साँस उधार बलम जी
बीदाई के बारी... तू भेजिहs असवारी
दुल्हिन अस करब... .सिंगार बलम जी