भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"एक थी खाप / मृदुला शुक्ला" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Sharda suman (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मृदुला शुक्ला |अनुवादक= |संग्रह= }} {...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
(कोई अंतर नहीं)
|
16:29, 7 फ़रवरी 2018 के समय का अवतरण
एक थी खाप
एक दिन
हुकुम हुआ
बेटियाँ ब्याह दी जाएँ
सोलह वर्ष से पूर्व
जनक ने सुना
स्वयंवर रचा
हज़ारों में
महापराक्रमी राम को चुना
और सोलh वर्ष से पूर्व
ब्याह दी गयी सीता
‘फिर भी'
हरण
अग्निपरीक्षा
वन गमन
(अंत में भूमिगत होना पड़ा )
एक थे द्रुपद
उन्होंने सुना
स्वयंवर रचा
और सौंपी अपनी पुत्री
पांच महापराक्रमी पुरुषों की सुरक्षा में
फिर भी ?
चीरहरण ?
(क्या पहना था द्रौपदी ने, कहीं स्कर्ट तो नहीं?)
एक थी अहिल्या...
अरे त्रेता के धोबियों
कलयुग में फिर से आ गए
खाप बनकर?