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"धरती के भगवान / उषा यादव" के अवतरणों में अंतर

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16:32, 22 मई 2018 के समय का अवतरण

इस दुनिया मीन सबसे अच्छे
माता-पिता हमारे।
हम हैं उनके दिल के टुकड़े
आँखों के उजियारे।

हमको लेकर जाने कितने
बुने उन्होंने सपने।
हम पर वारे सोने जैसे
रात और दिन अपने।

धरती के भगवान यही हैं
पर पूजा ना चाहें।
चाहे सिर्फ यही, निष्कंटक
हों बच्चों की राहें।