भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"मित्र कौन / अशोक कुमार" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=अशोक कुमार |अनुवादक= |संग्रह= }} {{KKCatKav...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

11:24, 15 अगस्त 2018 के समय का अवतरण

वह मित्र था
वह दुश्मनों के साथ था

वह शत्रु था
वह मित्रो के साथ था

मित्र कभी दुश्मन हुआ करता था
शत्रु कभी मित्र हुआ करता था

कोई विशुद्ध मित्र नहीं था
कोई खांटी शत्रु भी नहीं

ऐसा नहीं कि सारे मित्र ही थे या शत्रु
आरम्भ में सारे मित्र ही थे
यह तो जब शत्रुता शुरू हुई
सुविधानुसार कोई मित्र हुआ था
कोई शत्रु

अब भी कोई एक मित्र था
और कोई एक शत्रु
और दोनों थे
किसी शत्रुता के बहाने

परस्पर मित्रता निभ रही थी।